कायाकल्प अवार्ड योजना,विशेषज्ञों की टीम ने जिला चिकित्सालय व महिला अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को परखा।
आजमगढ़,कायाकल्प अवार्ड योजना से जुड़ी विशेषज्ञों की टीम ने मंगलवार को जिला चिकित्सालय व महिला अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को आदर्श मानकों पर कसा। आपरेशन थिएटर (ओटी), वार्ड, ब्लड बैंक, एक्स-रे इत्यादि प्वाइंटों पर पहुंचे तो व्यवस्थाओं में अवार्ड जीतने की होड़ नजर आई। हालांकि, विशेषज्ञों की टीम किस नतीजे पर पहुंची, इसकी जानकारी महीनों बाद ही सामने आ सकेगी। कायाकल्प योजना में व्यवस्थाओं को मानक पर रखने वाले अस्पतालों को नकद इनाम देने का प्रावधान है।
कायाकल्प अवार्ड योजना की टीम में शामिल लोकबंधु चिकित्सालय (लखनऊ) के डा. अजय शंकर त्रिपाठी, कम्युनिटी मेडिसीन के डा. शिवप्रकाश और विज्ञान फाउंडेशन के रमायन यादव मंगलवार को अलग-अलग समय में मंडलीय जिला अस्पताल और जिला महिला अस्पताल सुबह पहुंचे। उन्होंने चिकित्सालय के रखरखाव, साफ सफाई, चिकित्सीय कचरा निस्तारण, संक्रमण नियंत्रण, अस्पताल में संचालित सहयोगी सेवाएं, स्वच्छता को बढ़ावा देना, पर्यावरण अनुकूल क्रियाकलाप के बिदुओं का निरीक्षण किया। टीम ने पैथोलाजी, ओपीडी, आइपीडी, लेबर रूम, आपरेशन थियेटर, नवजात शिशु चिकित्सा यूनिट (एसएनसीयू) किचन, लावारिस वार्ड, ब्लड बैंक चिकित्सालय के आसपास का क्षेत्र, टंकियों की साफ-सफाई और पत्रावलियों के रखरखाव को देखा। चिकित्सकों और स्टाफ से इलाज और सुविधाओं के बारे में विस्तृत चर्चा की। मरीजों से भी सेवाओं के बारे में फीडबैक लिए। प्रमुख अधीक्षक डा. अनूप कुमार सिंह ने बताया कि हमने सिर्फ अवार्ड के लिए नहीं, सामान्य दिनों के लिए व्यवस्थाएं बेहतर रखने की रणनीति बना डाली है। उम्मीद है कि अस्पताल को पुरस्कार के लिए चयनित किया जाएगा। डा. राजनाथ सिंह, डा. राघवेंद्र सिंह, फार्मासिस्ट अनिल कुमार राय, एलटी सुबाष पांडेय, नितीन सिंह, रमेश चंद्र, मैनेजर पवन चतुर्वेदी सहित अन्य स्टाफ मौजूद रहे।
तीसरे चरण का असेसमेंट फाइन
अवार्ड योजना से जुड़ी टीम के मुखिया डा. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि तीन चरणों में असेसमेंट किया जाता है। पहले में जिला स्तर पर चिकित्सालय की क्वालिटी टीम करती है। दूसरे चरण में मंडल स्तर की टीम असेसमेंट करती है।
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