आजमगढ़ जिला पंचायत अध्यक्ष चुनाव, सपा-भाजपा आमने-सामने या तीसरा भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में।
जिले में 1923 में हुआ था डिस्टिक बोर्ड का गठन।
आजमगढ़, जिले के प्रथम नागरिक जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए तीन जुलाई को होने वाले चुनाव की तस्वीर 29 जून को नामांकन पत्र वापसी की प्रक्रिया पूरी होने के साथ ही साफ हो जाएगी। अभी तक चुनाव में धन-बल का बोलबाला दिख रहा है। राज्य निर्वाचन आयोग ने उम्मीदवार के लिए खर्च की सीमा चार लाख रुपये निर्धारित की है। जबकि एक-एक वोट की कीमत इसके आठ गुना तक पहुंचने की चर्चा है। लेकिन इस बार अध्यक्ष पद की कुर्सी तक पहुंचने का रास्ता आसान नहीं होगा। इस बार यह देखना है कि सपा-भाजपा आमने-सामने या तीसरा भी प्रत्याशी चुनाव मैदान में।
जिले में 1995 से जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई है। अब तक के इतिहास में सपा के गढ़ में सपा व बसपा ही आमने-सामने रही है लेकिन इस बार इतिहास के पन्ने में भाजपा का भी नाम दर्ज हो जाएगा। साथ ही एक निर्दल प्रत्याशी ने भी दावेदारी ठोंक रखी है। 84 जिला पंचायत सदस्यों के सदन के अध्यक्ष पद के लिए इस बार पूर्व कैबिनेट मंत्री व सदर विधायक दुर्गा प्रसाद यादव के पुत्र पूर्व ब्लाक प्रमुख विजय यादव के मुकाबले भाजपा से मछुआ प्रकोष्ठ के प्रदेश संयाेजक एवं भाजपा प्रदेश कार्य समिति के सदस्य कन्हैया निषाद(विधानसभा क्षेत्र अतरौलिया के पूर्व प्रत्याशी) के पुत्र संजय निषाद ने भी ताल ठोंक दी है। जबकि निर्दलीय जिला पंचायत सदस्यों के बल पर ब्लाक पल्हनी के वार्ड-45 जाफरपुर से जय प्रकाश यादव ने भी नामांकन पत्र दाखिल किया है। अब देखना है कि इस बार बसपा के चुनाव मैदान से बाहर हाेने के बाद सपा-भाजपा आमने-सामने होगी या यदि नामांकन पत्र वापस नहीं हुआ तो तीन प्रत्याशी चुनाव मैदान में रहेंगे। बहरहाल, चुनावी ऊंट किस करवट बैठेगा इसकी कुछ-कुछ तस्वीर पर्चा वापसी के बाद साफ होने लगेगी।
जिले में 1923 में हुआ था डिस्टिक बोर्ड का गठन।
जिले में जिला परिषद (डिस्टिक बोर्ड) और फिर जिला पंचायत अध्यक्ष पद की कुर्सी अब तक 98 साल पुरानी हो गई है। जिला परिषद का गठन 1923 में हुआ तो जिला पंचायत अध्यक्ष पद के लिए चुनाव 1995 से शुरू हुई। हालांकि जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव का इतिहास अब 16 साल पुराना हो गया है। जबसे चुनाव प्रक्रिया शुरू हुई तब से सपा के गढ़ में पांच बार सपा और दो बार बसपा का कब्जा अध्यक्ष पद की कुर्सी पर रहा है।
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