दो दिन बाद दुकाने खुलने से बाजारो में चहल-पहल।
आजमगढ़, दो दिन की बंदी के बाद मंगलवार को शहर से लेकर गांव के बाजारों की दुकानें खुलीं। चहल-पहल तो बढ़ी लेकिन अन्य दिनों की अपेक्षा कम रही। क्योंकि, एक तो गर्मी दूसरे पंचायत चुनाव की खुमारी के कारण ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों की आवाजाही सामान्य दिनों के वनस्पत कम रही। चुनावी ड्यूटी से देर रात तक वापस लौटे अधिकारी व कर्मचारी भी आराम करते रहे। कई आफिसों में इक्का-दुक्का ही पटल खुले दिखे। बैंकों में भी उपभोक्ताओं की संख्या गिनती की ही दिखी। वासंतिक नवरात्र के आठ दिन बीत जाने के बाद बुधवार के लिए हवन-पूजन और रामनवमी की तैयारी संबंधी सामानों के खरीदार जरूर बाजार में नजर आए।
वैश्विक महामारी कोरोना की दूसरी लहर की बढ़ती रफ्तार पर रोक लगाने के लिए रविवार को संपूर्ण लॉकडाउन रहा। सोमवार को पंचायत चुनाव के कारण सार्वजनिक अवकाश घोषित होने से दुकानें बंद रहीं। जिसका असर शहर से लेकर ग्रामीण क्षेत्रों में भी रहा। मेडिकल हाल, निजी अस्पताल सहित आवश्यक सेवाओं को छोड़कर अन्य सभी प्रतिष्ठान बंद रहे। आवश्यक कार्य से ट्रेन या बस से यात्रा करने वाले कुछ लोग देखे गए। शहरी क्षेत्र में कुछ स्थानों पर खीरा, फल, गन्ना जूस के ठेले नजर आए।
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