बदमाशों ने छत पर सो रहे पति की गला रेतकर की हत्या पत्नी घायल।
आजमगढ़,नकाबपोश बदमाशों ने छत पर सो रहे अनुसूचित जाति के युवक की गला रेतकर हत्या कर दी। पत्नी ढाल बनी तो उसके ऊपर भी जानलेवा हमला कर घायल कर दिया। आधी रात में चीख-पुकार मची तो सच्चाई जान लोग कांप उठे। वारदात की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। मुबारकपुर पुलिस शव को कब्जे में लेने के साथ की घायल पत्नी को पूछताछ व इलाज के लिए अपने साथ ले गई। पीड़ित मां दुर्गावती की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ केस दर्ज कर पुलिस छानबीन में जुट गई है।
मुबारकपुर थाना क्षेत्र के अमिलो भगतपुरवा मुहल्ला निवासी दिनेश राम (34) मंगलवार की रात छत पर सो रहे थे। निकट में ही उनकी पत्नी बीना भी सो रही थीं। आधी रात में करीब 12 से एक बजे के बीच हमलावरों ने अचानक दिनेश के गले पर प्रहार कर दिया। पति की चीख सुनकर बीना की आंखें खुली तो नजारा देख उनकी चीख निकल आई। वह विरोध को दौड़ीं तो बदमाश उनके कंधे एवं हाथ पर धारदार शस्त्र से हमला कर घायल कर दिया। महिला पति को बचाने में जी-जान से जुटी तो बदमाश भाग निकले। नीचे कमरे में सो रही दिनेश की मां दुर्गावती भागकर छत पर पहुंचीं तो बेटे को रक्तरंजित देख कोहराम मच गया। पास-पड़ोस के लोग पहुंचे तो नजारा देख दहल उठे। गांव के कुछ लोग पुलिस को इत्तला देते हुए बदमाशों के पीछे भी दौड़े, लेकिन निराशा मिली। परिवार के लोग घटना को लेकर सन्न हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि किसी से कोई विवाद नहीं था, तो फिर बेटे को किसने और क्यों मौत की नींद सुला दी।
नकाबपोश बदमाशों ने छत पर सो रहे अनुसूचित जाति के युवक की गला काटकर हत्या कर दी। पत्नी ढाल बनी तो उसके ऊपर जानलेवा हमला कर घायल कर दिए। आधी रात में चीख-पुकार मची ताे सच्चाई जान लोग कांप उठे। वारदात की वजह स्पष्ट नहीं हो सकी है। मुबारकपुर पुलिस शव को कब्जे में लेने के साथ की घायल पत्नी को पूछताछ व इलाज के लिए अपने साथ ले गई।
मुबारकपुर थाना क्षेत्र के अमिलो भगत पुरवा मुहल्ला निवासी दिनेश राम (34) मंगलवार की रात छत पर सो रहे थे। निकट में ही उनकी पत्नी बीना भी सो रही थीं। आधी रात में करीब 12 से एक बजे के बीच हमलावरों ने अचानक दिनेश के गले पर प्रहार कर दिए। पति की चीख सुनकर बीना की आंखें खुली तो नजारा देख उन्हें चीख निकल आई। वह विरोध को दौड़ी तो बदमाश उनके कंधे एवं हाथ पर लोहे के धारदार शस्त्र से हमला कर घायल कर दिए। महिला पति को बचाने में जी-जान से जुटी तो बदमाश भाग निकले। नीचे कमरे में सो रही दिनेश की मां दुर्गावती भागकर छत पर पहुंची तो बेटे को रक्तरंजित देख कोहराम मच गया।
पास-पड़ोस के लोग पहुंचे तो नजारा देख दहल उठे। गांव के कुछ लोग पुलिस को इत्तला देते हुए बदमाशों के पीछे भी दौड़े लेकिन निराशा मिली। परिवार के लोग घटना को लेकर सन्न हैं। उन्हें समझ नहीं आ रहा कि किसी से कोई विवाद नहीं था, फिर बेटे को किसने और क्यों मौत की नींद सुला दी। विसुनदेव के तीन पुत्रों दिनेश सबसे बड़े थे। जबकि दो भाई उमेश और अखिलेश सौदी अरब में रहते हैं। दिनेश भी सौदी अरब में रहते थे, लेकिन शादी को लौटे तो यहीं रहने लगे। इंस्पेक्टर अखिलेश मिश्रा ने क्राइम सीन देखने के बाद स्वजनों से बातचीत की, फिर पीड़ित पत्नी बीना काे अपने साथ ले गए। दिनेश का ससुराल मुबारकपुर थाना क्षेत्र पियरोपुर ढकवा गांव में है। एसपी सिटी पंकज पांडेय व सीओ सदर सिद्धार्थ तोमर मौके पर पहुंच गए थे।
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